आज का हमारा लेख संबंधित है, की कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate) क्या होते हैं ।और उनके वर्गीकरण के बारे में जानेंगे और कार्बोहाइड्रेट के स्रोत क्या-क्या होते हैं, इसके अलावा हम जानेंगे कि कार्बोहाइड्रेट का पाचन मनुष्य में किस प्रकार से होता है। यह लेख कॉम्पिटेटिव एक्जाम में आने वाले फैक्ट को कवर करता है।
इससे पहले हमने पढ़ा है:- पोषण एवं पोषक तत्व क्या हैं? पोषक तत्वों के प्रकार, उपयोगिता
कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate) क्या होते हैं?
कार्बोहाइड्रेट वे पोशक पदार्थ होते हैं, जो हमें ऊर्जा प्रदान करते हैं। ये रासायनिका यौगिक होते हैं जिनमे कार्बन ,हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन होते हैं। कार्बोहाइड्रेट एक प्रकार के कार्बनिक यौगिक होते हैं जो हमारे शरीर में पाचन प्रक्रिया पूरी होने के पश्चात ग्लूकोज में परिवर्तित हो जाती है और यह ग्लूकोस ऑक्सीजन के द्वारा ऑक्सीकृत हो जाता है जिससे हमारे शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है।
FACT OF कार्बोहाइड्रेट :
-कार्बोहाइड्रेट का निर्माण हरे पौधे द्वारा प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया द्वारा किया जाता है
-कार्बोहाइड्रेटया या तो शर्करा होते हैं या शर्करा एककों के बहुलक (polymers) होते हैं। इसलिए कार्बोहाइड्रेट को सैकेराइड्स भी कहा जाता है
-कार्बोहाइड्रेट्स के बीच में ग्लाइकोसिडिक बन्ध (glycosidic bond) पाया जाता है।
-कार्बोहाइड्रेट वे यौगिक होते हैं जिनका जल-अपघटन करने पर पॉलिहाइड्रॉक्सी ऐल्डिहाइड या पॉलिहाइड्रॉक्सी कीटोन देते हैं अर्थात कार्बोहाइड्रेट ऐसे पॉलिहाइड्रॉक्सी यौगिक होते है जिनमें ऐल्डिहाइड या कीटोनिक समूह पाया जाता है
कार्बोहाइड्रेट में कार्बन, हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन का अनुपात
कार्बन : हाइड्रोजन : ऑक्सीजन
1 : 2 : 1
इनका आधारभूत सूत्र Cx(H2O)y होता है। कार्बोहाइड्रेट ऊर्जा प्रमुख स्रोत है, शरीर की कुल पूर्ण ऊर्जा आवश्यकता की 50-79 ℅ मात्रा की पूर्ति कार्बोहाइड्रेट के द्वारा होती है। 1 ग्राम ग्लूकोज के पूर्ण ऑक्सीकरण से 4.2 किलो कैलोरी प्राप्त होती है।
कार्बोहाइड्रेट्स के स्रोत (Sources of carbohydrate):
गेहूं, चावल, मक्का, ज्वार, बाजरा, घी , शक्कर, गुड़, शहद, सूखे फल, अंजीर, दूध, पके फल, आलू, शकरकन्द, चुकन्दर, रसीले फल, गन्ना, शलजम, केला, अरबी, माँस आदि हैं।
कार्बोहाइट्रेट का वर्गीकरण (Classification of carbohydrates) :
भौतिक गुण के आधार पर : कार्बोहाइड्रेट मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं-
शर्करा (Sugars) :
शर्करा (Sugars) एक क्रिस्टलीय खाद्य पदार्थ है। यह स्वाद में मीठे होते हैं तथा जल में अघुलनशील होते हैं।
उदाहरण: ग्लूकोस, फ्रक्टोस, चीनी की शर्करा, लैक्टोस ।
अशर्करा (Non-sugars):
अशर्करा (Non-sugars) एक अक्रिस्टलीय खाद्य पदार्थ है। यह स्वाद में मीठे नहीं होते हैं तथा जल में घुलनशील होते हैं।
उदाहरण: स्टार्च, सेलुलोस, ग्लाइकोजन ।
जल अपघटन के आधार पर / रासायनिक गुणों के आधार पर: कार्बोहाइड्रेट मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं-
- मोनो सैकेराइड (Mono Sacride)
- ओलिगो सैकेराइड (Oligo Saccharide)
- पॉलिसैकेराइड (Polysaccharide)
मोनोसेकेराइडस (Monosaccharides) :
यह सभी कार्बोहाइड्रेट्स में सबसे अधिक सरल होता है। जिनमें 2 से 9 तक कार्बन परमाणु हो सकते हैं इसका आधारभूत सूत्र (CH2O) होता है।
मोनोसेकेराइडस स्वाद में मीठे होते हैं तथा यह जल में घुलनशील होते हैं।
मोनोसैकेराइड्स के कुछ प्रमुख उदाहरण निम्नलिखित हैं-
1.बायोस शर्करा (Biose sugar): दो कार्बन परमाणु वाली शर्कराएँ ।
जैसे- ग्लाइकॉलिक ऐल्डिहाइड।
2.ट्रायोस (Triose)- तीन कार्बन परमाणु वाली शर्कराएँ।
जैसे- ग्लिसरैल्डिहाइड (Glyceraldehyde)
3.टेट्रोस (Tetrose) चार कार्बन परमाणु वाली शर्कराएँ।
जैसे- इरेथ्रोस (Erthrose)
4.पेन्टोस शर्करा (Pentose sugar): पाँच कार्बन परमाणु वाली शर्कराएँ।
जैसे- राइबोस शर्करा, डिऑक्सीराइबोस शर्करा।
5.हेक्सोज (Hexose) -छह कार्बन परमाणु वाली शर्कराएँ।
जैसे- ग्लूकोज (Glucose), फ्रक्टोज (Fructose) ,ग्लैक्टोज (Glactose)
ग्लूकोज (Glucose):इसे रक्त शर्करा भी कहा जाता है, यह फलों के जूस आदि में पाया जाता है
फ्रक्टोज (Fructose):इस गन्ने वाली शर्करा भी कहा जाता है, प्रकृति में पाई जाने वाली सबसे मीठी शर्करा यही है
ग्लैक्टोज (Glactose): यह लैक्टोज के विखंडन से बनती है
(b) डाइसेकेराइड (Disaccharides)/ओलिगोसैकेराइड्स (Oligosaccharides):
यह मोनोसैकेराइड के दो अणुओं से मिलकर बना होता है। ये जल-अपघटन पर 2 से 9 तक मोनोसैकेराइड उत्पन्न करती हैं। इसका आधारभूत सूत्र C12H22O11 होता है।
सुक्रोज (Sucrose): सुक्रोज के टूटने पर ग्लूकोज व फ्रुक्टोज का निर्माण होता है यह शर्करा गुड व चीनी में पाई जाती है इसलिए इसे टेबल शुगर या हनी शहद शुगर भी कहा जाता है
माल्टोज (Maltose): माल्टोज के टूटने पर दो ग्लूकोज का निर्माण होता है इसे बदामी शर्करा भी कहा जाता है
लैक्टोज (Lactose): लैक्टोज के टूटने पर ग्लूकोज व ग्लैक्टोज का निर्माण होता है, इस दूध वाली शर्करा भी कहा जाता है
(c) पॉलीसेकेराइड्स (Polysaccharides):
पॉलिसैकेराइड्स, मोनोसैकेराइड्स तथा डाइसैकेराइड्स के बहुलक (polymer) होते हैं। इसका आधारभूत सूत्र (C6H11O5) होता है। ये जल में अघुलनशील तथा स्वादहीन होते हैं। यह मुख्यतः पौधों में पाया जाता है। आवश्यकता पड़ने पर यह जल अपघटन (Hydrolysis) द्वारा ग्लूकोज (Glucose) में विघटित हो जाता है। इस प्रकार ये ऊर्जा उत्पादन के लिए ‘संग्रहीत ईंधन’ का कार्य करते हैं।
यह जटिल शर्करा दो रूपों में पाई जाती है-
संग्रहित: मण्ड (स्टार्च), ग्लाइकोजेन,
संरचनात्मक: सेल्यूलोज (Cellulose), काइटिन (Chitin)
कार्बोहाइड्रेट के कार्य :
- ये शरीर को ऊर्जा प्रदान करने वाले मुख्य स्रोत होते हैं।
- ये मण्ड (स्टार्च) के रूप में ‘संचित ईंधन’ का कार्य करते हैं।
- कार्बोहाइड्रेट(सेलुलोस) पादप कोशिका भित्ति का निर्माण करते हैं
- यह DNA तथा RNA का घटक होता है।
- ये शर्कराओं के रूप में ऊर्जा उत्पादन के लिए ईंधन का काम करते हैं।
- कीटों की बाहरी परत कार्बोहाइड्रेट(काइटिन) की बनी होती है।
- शरीर में वसा के उपयोग के लिए यह अत्यंत आवश्यक है।
8.आवश्यकता पड़ने पर कोशिका में ग्लूकोस से वसा तथा ऐमीनो अम्लों का निर्माण भी होता है।
कार्बोहाइड्रेट की कमी या अधिकता से होने वाले विकार :
शरीर में कार्बोहाइड्रेट की अधिकतम हो जाने प रशरीर में वजन बढ़ने लगता है जिससे मोटापा संबंधित रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। यदि शरीर में कार्बोहाइड्रेट की कमी हो जाएतोजिससे हमारा वजन कम होने लगता है जो हमारे कार्य करने की क्षमता को घटा देता है तथा शरीर में ऊर्जा उत्पन्न करने हेतु प्रोटीन प्रयुक्त होने लगती है जिससे यकृत एवं नाड़ी संस्थान के क्रियाकलापों में शिथिलता आ जाती है।
मनुष्य में कार्बोहाइड्रेट का पाचन –
कार्बोहाइड्रेट का पाचन मुंह से शुरू होता है और छोटीं आंत की उपकला में मोनोसेकेराइड के अवशोषित होने के साथ खत्म होता है।
इस प्रक्रिया में निम्न चरण होते है –
भोजन के माध्यम से कार्बोहाइड्रेट मुंह से ग्रहण
↓
ग्रास नली द्वारा भोजन (कार्बोहाइड्रेट) का आमाशय में
↓
ग्रहणी में भोजन (कार्बोहाइड्रेट) का पाचन
↓
छोटी आँत में भोजन (कार्बोहाइड्रेट) का पूर्ण पाचन एवं अवशोषण
↓
बड़ी आंत द्वारा भोजन (कार्बोहाइड्रेट) के अवशेषों का निष्कासन
कीटों की बाहरी परत किस से बनी होती है?
कीटों की बाहरी बहुत काइटिन (Chitin) की बनी होती है, जो एक प्रकार का पॉलीसेकेराइड्स (Polysaccharides) कार्बोहाइड्रेट है।
कार्बोहाइड्रेट शर्करा की इकाई क्या है?
कार्बोहाइड्रेट शर्करा की इकाई सैकेराइड है,सैकेराइड तीन प्रकार के होते हैं- मोनो सैकेराइड (Mono Saccharide),
ओलिगो सैकेराइड (Oligo Saccharide),
पॉलिसैकेराइड (Polysaccharide)
स्टार्च ऑफ़ एनिमल किसे कहा जाता है?
स्टार्च का एनिमल ग्लाइकोजन को कहा जाता है, जो मानव शरीर में मुख्य रूप से यकृत में पाया जाता है। ग्लाइकोजन अल्फा ग्लूकोज का बना होता है।