प्रोटीन क्या हैं? Top Fact One liner.

प्रोटीन क्या हैं

आज का हमारा लेख संबंधित है, कि प्रोटीन क्या है? और अमीनो एसिड, प्रोटीन से किस प्रकार से संबंधित है। और इससे होने वाले रोग के बारे में जानेंगे यह लेख महिला सुपरवाइजर की तैयारी करने वाली महिलाओं के लिए अति महत्वपूर्ण है, इसके अतिरिक्त सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में आने वाले फैक्ट को भी कवर करता है।

महिला सुपरवाइजर से संबंधित और भी पोस्ट पढ़ने के लिए आप हमारी प्लेलिस्ट पर जाकर, उन पोस्ट को पढ़ सकते हैं जिसमें हमने इससे पहले कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन आदि के बारे में चर्चा की है-
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पोषण एवं पोषक तत्व क्या हैं? पोषक तत्वों के प्रकार, उपयोगिता

प्रोटीन क्या हैं

प्रोटीन क्या हैं?

प्रोटीन अत्यन्त जटिल नाइट्रोजन युक्त पदार्थ है ये अमीनो अम्लों के बहुलक हैं। प्रोटीन अमीनो एसिड से बना होता है, जिसे विशेषज्ञ बिल्डिंग ब्लॉक्स कहते हैं।

 ये अमीनो अम्लों के बहुलक हैं। जब एक अमीनों अम्ल के अणु का कार्बोक्सिल समूह दूसरे अमीनो अम्ल के अमीनो समूह से जुड़ता है, तो जल का एक अणु निकलकर डायपेप्टाइड यौगिक बनाता है इस यौगिक के बंध को पेप्टाइड बंध कहते हैं।

विभन्न अमीनों अम्ल इस प्रकार के बंधों द्वारा परस्पर जुड़कर क्रमशः पेप्टोन्स एवं प्रोटीओसेस नामक जटिल पदार्थो का तथा अन्त में प्रोटीन का निर्माण करते है।

प्रोटीन के स्रोत :

प्रोटीन के शाकाहारी (herbivorous) स्त्रोत:

सभी प्रकार की दाल, सोयाबीन, राजमा, लोभिया, अरहर दाल, काजू, बादाम,कद्दू के बीज, सीसम, दूध
NOTE : सोयाबीन -[वैज्ञानिक नाम=”ग्लाईसीन मैक्स”] में 42 प्रतिशत प्रोटीन होता है।

प्रोटीन के मांसाहारी (carnivorous) स्त्रोत:

अंडा, यकृत, माँस, मछली, अण्डे की जर्दी आदि हैं। 

प्रोटीन खोज :-

सन् 1838 में प्रोटीन का सर्वप्रथम प्रयोग जे. बर्जीलियस द्वारा किया गया था। 

प्रोटीन के विशेषताएं :-

1. प्रोटीन का रासायनिक सूत्र (RCH(NH2)COOH) होता है।

2. जहां C कार्बन है, H हाइड्रोजन है, N नाइट्रोजन है, ऑक्सीजन है, और R एक समूह है जिसे साइड चेन कहा जाता है।

3. मुनष्य के शरीर में लगभग 25-35% प्रोटिन होता है।

4. एक वयस्क पुरूष को प्रतिदीन 50 ग्राम प्रोटीन तथा एक महीला को 46 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है।

5. एक मनुष्य को प्रतिदिन कुल 2000 कैलोरी में से 600 कैलोरी ऊर्जा प्रोटीन से आनी चाहिए।

 प्रोटीन के कार्य :

  1. यह कोशिकाओं की मरम्मत करती है।
  2. प्रोटीन हार्मोन की सहायता से शरीर की क्रियाओं का नियमन करते हैं।
  3. कुछ प्रोटीन हार्मोन के संश्लेषण में भाग लेते हैं।
  4. प्रोटीन हमारे शरीर की आधारभूत संरचना का निर्माण करते हैं ।
  5. प्रोटीन हमारे शरीर में एंजाइम की सहायता से शरीर की जैवरसायनिक क्रियाओं का संचालन भी करते हैं।

प्रोटीन के स्वास्थ्य लाभ –

1. प्रोटीन हमारे शरीर की कोशिकाओं में वृद्धि करता है।

2. प्रोटीन हमारे शरीर के रक्त में हीमोग्लोबिन के रूप में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन करता है।

3. हमारे शरीर की उपापचयी क्रियाओं में भाग लेता है ।

4. ग्लोबिन नामक प्रोटीन रुधिर में ऑक्सीजन के संवहन में सहायता करता है।

5. प्रोटीन की प्रकृति क्षारीय होने के कारण यह हमारे शरीर में अम्ल-क्षार का संतुलन बनाए रखता है।

6. लाइपोप्रोटीन रुधिर में वसा का संचरण करता है।

7. शुगर लेवल को कंट्रोल करें।

8. हार्मोन संतुलन में मदद

9. अमीनो अम्ल में महत्वपूर्ण एंटीबायोटिक पदार्थ का संश्लेषण भी होता है।

10. आदर्श वजन बनाए रखने में मदद करें

Fact of Protein  

मकड़ियों के जाले – कैरोटिन नामक प्रोटीन के बने होते हैं। इन जालों की तनन सामर्थ्य (Tensile Strength) 2 लाख पौण्ड प्रति वर्ग इंच, अर्थात् स्टील के इतने ही मोटे तार से अधिक होती है।

ग्लाइसीन नामक प्रोटीन से पोरफाइरिन वलय का निर्माण होता है, जो हीमोग्लोबिन, साइटोक्रोम तथा क्लोरोफिल के अणुओं की रचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

कशेरुक जन्तुओं में ऊन, सींग, पंख, खुर, नाखून, पंजे तथा कछुओं के कवच आदि a – कैरेटिन नामक प्रोटीन के बने होते हैं।

ऐमीनो अम्लों (Amino acids):-

 प्रोटीन अत्यन्त जटिल नाइट्रोजन युक्त पदार्थ है जिसकी रचना लगभग 20 ऐमीनो अम्लों (Amino acids) के भिन्न-भिन्न संयोगों से होती है। ये ऐमीनो अब शरीर के उचित पोषण के लिए नितांत ही आवश्यक है।

20  ऐमीनो अम्लों (Amino acids):-

1. फेनिलालाइनाइन – न्यूरोट्रांसमीटर का उत्पादन / Phenylalanine – production of

neurotransmitter

2.वेलाइन – मांसपेशियों के विकास में सहायता करता है। / Valine – Aids muscle development.

3. ट्रिप्टोफैन – मेलाटोनिन सेराटोनिन हार्मोन का उत्सर्जन / Tryptophan – release of melatonin seratonin hormone

4. श्रेओनिन – उपापचय की प्रक्रिया में मदद करता है / Threonine – helps in the process of metabolism

5. आइसोल्यूसिन – हीमोग्लोबिन के निर्माण में सहायता करता है। / Isoleucine Isoleucine Helps in the formation of hemoglobin

6. मेथियोनिन – उपापचय की प्रक्रिया  को संचालित करता है।  regulates the process of metabolism.

7. हिस्टिडिन – प्रोटीन के संश्लेषण में मदद करता है।

8. लाइसिन – वसीय अम्ल को ऊर्जा में परिवर्तित करता है। / Lysine – converts fatty acids into energy

9. ल्यूसिन – ATP का निर्माण उफतक तथा कोशिकाओं के पुर्नजनित होने में सहायता करते है।

/ Leucine – Helps in the production of ATP and regeneration of tissues and cells.

10. अर्गिनाइन – गर्भनाल के विकास प्रक्रिया में सहायता करता है। / Arginine – Helps in the development process of umbilical cord

11. टाइरोसिन- यह शरीर में थाइरॉइड तथा एड्रेनल ग्रंथि के कार्य में मदद करता है। / Tyrosine – It helps in the functioning of thyroid and adrenal glands in the body.

12. सिस्टिन / Sistine

13. ग्लुटामेट / glutamate

14. एस्पार्टिक अम्ल / aspartic acid

15. प्रोलाइन / proline

16. सेराइन / serine

17. एस्पर्गेनाइन / asparaginine

18. ग्लुटैमिक अम्ल / glutamic acid

19. सेलेनोसिस्टिन / selenocysteine

20. एलेनाइन /alanine

प्रोटीन का अधिक सेवन शरीर के लिए हानिकारक 

-किडनी की बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए अत्यधिक प्रोटीन एक समस्या हो सकती है। इसलिए, ऐसे व्यक्तियों को प्रोटीन का सेवन करने से पहले किसी चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

-सावधानी न बरतने पर अधिक सेवन से व्यक्ति का वजन बढ़ सकता है। साथ ही यह भी गलत धारणा है कि प्रोटीन खाने से वजन नहीं बढ़ता है।

-कैंसर का खतरा बढ़ने और अधिक मात्रा में लाल और प्रसंस्कृत मांस खाने का संबंध है।

प्रोटीन की कमी से होने वाला रोग⭐⭐⭐

क्वाशियोरकोर, जिसे एडिमा (द्रव प्रतिधारण) के साथ संबद्ध होने के कारण “एडेमेटस कुपोषण” के रूप में भी जाना जाता है, एक पोषण संबंधी विकार है जो अक्सर अकाल पीड़ित क्षेत्रों में देखा जाता है।

मरास्मस का मुख्य कारण पोषक तत्वों की कमी है। यह उन बच्चों में होता है, जो प्रोटीन युक्त भोजन का ग्रहण कम से कम करते हैं।

FAQ:

1 ग्राम प्रोटीन से हमें कितनी कैलोरी प्राप्त होती है?

1 ग्राम प्रोटीन से में हमें 4 कैलोरी प्राप्त होती है, जो हमें वसा  से प्राप्त होने वाली कैलोरी कीआधी है। 1 ग्राम वसा से हमें 9 कैलोरी प्राप्त होती है, तथा 1 ग्राम कार्बोहाइड्रेट से हमें 4 कैलोरी प्राप्त होती है।

हमें प्रतिदिन कितना प्रोटीन लेना चाहिए? 

प्रोटीन का RDA हमारे शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम के हिसाब से कम से कम 0.8 ग्राम प्रोटीन होना चाहिए, जैसे की मेरा वजन 75 किलोग्राम है तो मुझे प्रतिदिन 60 ग्राम प्रोटीन अपने आहार से प्राप्त होना चाहिए । यहां पर RDA का फुल फॉर्म “Recommended Dietary Allowances” है।

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