परमाणु संरचना

परमाणु संरचना
➡️किसी तत्व का वह छोटे से छोटा कण परमाणु कहलाता हैं परमाणु के मूल कण तीन होते हैं इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन
➡️परमाणु किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में भाग ले सकता हैं किन्तु वह स्वतंत्र अवस्था में नहीं रह सकता हैं
➡️परमाणु की प्रथम औपचारिक व्याख्या 1808 में एक ब्रिटिश अध्यापक जॉन डॉल्टन ने दी थी उनके सिद्धांत के अनुसार अविनाशी और अविभाज्य कण परमाणु को बताया हैं
➡️परमाणु अत्यंत मूलभूत अलौकिक तथा अविभाजित कण से मिलकर बने हैं परमाणु एक गोलाकार कण हैं परमाणु के नाभिक के भीतर दो मूल कण इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन होते हैं
➡️प्रोटॉन धनात्मक रूप से आवेशित होता हैं न्यूट्रॉन उदासीन प्रकृति के होते हैं तथा इलेक्ट्रॉन ऋणावेशित रूप से आवेशित होते हैं
➡️प्रोटॉन और न्यूट्रॉन का द्रव्यमान लगभग समान होता हैं परमाणु क्रमांक संख्या को “Z” से प्रदर्शित करते हैं तथा परमाणु द्रव्यमान संख्या को “A” से प्रदर्शित करते हैं
⚫परमाणु के तीन मूलभूत कण
इलेक्ट्रॉन
प्रोटॉन
न्यूट्रॉन
◾इलेक्ट्रॉन
➡️ जे. जे. थॉमसन ने सन् 1897 में एक कैथोड किरण का प्रयोग करके कैथोड से एनोड की ओर उत्सर्जित होने वाले नकारात्मक आवेशित कणों की खोज की
➡️इलेक्ट्रॉन पर ऋणावेशित आवेश =-1.602 x 10¯¹⁹ कूलॉम होता हैं तथा इसका परमाणु द्रव्यमान = 9.1×10¯³¹ kgm हैं
➡️सबसे कम द्रव्यमान इलेक्ट्रॉन का होता हैं इसे नगण्य भी माना जाता हैं इसे अंग्रेजी के अक्षर “e” से प्रदर्शित करते हैं
◾प्रोटॉन
➡️इसकी खोज अर्नेस्ट गोल्डस्टीन ने सन् 1886 में की थी उनके द्वारा एनोड किरणों का प्रयोग कर परमाणु के सकारात्मक प्रोटॉन की खोज की
➡️अर्नेस्ट गोल्डस्टीन ने पाया कि एक ही कक्ष में अलग-अलग स्थिति के साथ एनोड धनात्मक रूप से आवेशित कण उत्सर्जित करता हैं जिसे कैनाल किरणे या प्रोटॉन के रूप में जाना जाता हैं
➡️प्रोटॉन में आवेश तथा द्रव्यमान दोनों की गणना की जाती हैं
➡️प्रोटॉन पर धनावेशित आवेश =+1.6.×10¯¹⁹कूलॉम हैं तथा इसका द्रव्यमान =1.63×10¯²⁷kgm हैं
◾न्यूट्रॉन
➡️सन् 1982 में जैम्स चैडविक ने एक ओर अवपरमाणुक कण की खोज की थी इन कणों का नाम जैम्स चैडविक ने न्यूट्रॉन दिया था
➡️इसका परमाणु द्रव्यमान प्रोटॉन के परमाणु द्रव्यमान के बराबर होता हैं ये सदैव उदासीन प्रकृति के होते हैं
➡️इसका परमाणु द्रव्यमान =1.6×10¯²⁷kgm होता हैं न्यूट्रॉन को अंग्रेजी के अक्षर “n” से प्रदर्शित करते हैं

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