विटामिन क्या हैं? Fact of Vitamin.

विटामिन क्या होते हैं? Fact of Vitamin

आज हम पढ़ने वाले हैं, की विटामिन क्या हैं? Fact of Vitamin और यह हमारे शरीर के लिए किस प्रकार से आवश्यक है, जब हमारे शरीर में विटामिन की कमी होती है तो विटामिन से होने वाले रोग कौन-कौन से हैं। यह लेख प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण है।
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विटामिन क्या होते हैं? Fact of Vitamin

विटामिन क्या हैं? Fact of Vitamin.

विटामिन वो छोटे-छोटे कार्बोनिक यौगिक हैं, जो सामान्य स्वास्थ्य और पशु जीवन के उच्च रूपों में विकास के लिए कम मात्रा में आवश्यक है। और सभी चयापचय प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक हैं।
विटामिन को आमतौर पर शारीरिक जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त मात्रा में संश्लेषित नहीं किया जा सकता है, और इसलिए इसे आहार से या किसी सिंथेटिक स्रोत से प्राप्त किया जाना चाहिए। इसी कारण विटामिन को आवश्यक पोषक तत्व कहा जाता है।
विटामिन को आमतौर पर वर्णमाला के चयनित अक्षरों द्वारा निर्दिष्ट किया जाता है, इसका नामकरण अंग्रेजी वर्णमाला के अनुसार किया गया है। जैसे-A.B.C D, E, K आदि।

विटामिन की खोज का इतिहास

विटामिन के इतिहास की बात की जाए तो सन 1881 में N. I. Lunin एक वैज्ञानिक ने सर्वप्रथम विटामिन के अस्तित्व का पता लगाया और उन्होंने बताया कि हमारे शरीर के लिए कुछ अज्ञात पदार्थ होते हैं जो हमारे शरीर के लिए सूक्ष्म मात्रा में आवश्यक होते हैं, इसके बाद सन् 1897 में ईज्कमान ने इनकी बात का समर्थन किया।
विटामिन’ शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग वर्ष 1912 में पोलिश अमेरिकी बायोकेमिस्ट “कासिमिर फंक” द्वारा शुरू की गई थी। वर्तमान में अभी तक 20 प्रकार के विटामिन खोजे जा चुके हैं जिनमें से 13 प्रकार के विटामिन हमारे शरीर के लिए आवश्यक होते हैं।

विटामिन के कार्य

1. हमारे शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
2. विटामिन घाव भरने में मदद करते हैं।
3. उपापचय क्रिया में विटामिन आवश्यक पदार्थ होते है।

विटामिन के प्रकार:

जल में / वसा में विलेयता के आधार पर विटामिनों की दो वर्गों में विभाजित किया गया है-

1. जल में घुलनशील विटामिन-

वे विटामिन जो जल में घुलनशील होते हैं, परंतु वसा में अघुलनशील होते हैं, जल में घुलनशील होने के कारण यह विटामिन हमारे शरीर में संग्रहित नहीं होते हैं, और मूत्र के माध्यम से बाहर निकल जाते हैं इसलिए इन विटामिन की निरंतर आवश्यकता होती है।
जल में घुलनशील विटामिन- विटामिन B तथा विटामिन C

2. वसा में घुलनशील विटामिन-

वे विटामिन जो वसा में घुलनशील होते हैं, परंतु जल में अघुलनशील होते हैं इन विटामिनों को अवशोषित होने के लिए वसा की आवश्यकता होती है। यह हमारे शरीर में जमा होते रहते हैं इसलिए उनकी आवश्यकता निरंतर नहीं होती है।
वसा में घुलनशील विटामिन- विटामिन A, विटामिन D, विटामिन E तथा विटामिन K

अब जान लेते हैं, विटामिन के बारे में कि विटामिन का रासायनिक सूत्र, विटामिन का रासायनिक नाम,  विटामिन कि कमी से होने वाले रोग व स्रोत कौन-कौन से हैं-

विटामिन A:

यह विटामिन वसा में घुलनशील होता है।
यह विटामिन हमारे दृष्टि में प्रमुख भूमिका निभाता है।
छोटे बच्चों अर्थात 13 से 15 वर्ष की आयु के बच्चों में विटामिन A कि दैनिक आवश्यकता 60 mg तकहोती है।
इस विटामिन में नाइट्रोजन पाया जाता है।
रासायनिक सूत्र: C₂H₂OH
रासायनिक नाम: Retinol
कमी से होने वाला रोग : रतौंधी , शुष्क त्वचा, सूखी आंखें, बांझपन, गले और छाती में संक्रमण
स्रोत: आलू, गाजर, कद्दू, पालक, बीफ़, हरे पत्ते वाली सब्जियां और अंडे में पाया जाता है।

विटामिन बी:

विटामिन बी कांप्लेक्स को पूरा अलग से डिस्क्राइब करके पढ़ाया गया है,
विटामिन बी कांप्लेक्स को पढ़ने के लिए- यहां पर क्लिक करें

विटामिन C:

विटामिन सी जल में घुलनशील होने के कारण यह मूत्र के साथ बाहर निकल जाते हैं इसलिए इनकी निरंतर आवश्यकता होती है।
विटामिन सी जल में घुलनशील होने के कारणयह मूत्र के साथ बाहर निकल जाते हैं इसलिए इनकी निरंतर आवश्यकता होती है।
रासायनिक सूत्र: CHO
रासायनिक नाम: एस्कॉर्बिक एसिड (Ascorbic acid)
कमी से होने वाला रोग : विटामिन C की कमी होने से स्कर्वी (Scurvy) नामक रोग हो जाता है।
मसूड़े फूलना, अस्थियों के चारों ओर श्राव, जरा सी चोट पर रुधिर निकलना (स्कर्वी), अस्थियाँ कमजोर होना आदि।
स्रोत : खट्टे रसदार फल (नींबू, सन्तरा, मुसम्मी आदि), चीकू, आँवला, टमाटर, पत्तेदार सब्जियों अंकुरित अनाज आदि विटामिन C के प्रमुख स्रोत हैं।

विटामिन D:

यह विटामिन वसा में घुलनशील होता है।
विटामिन डी के अन्य नाम हैं –विटामिन डी2 या एर्गोकैल्सिफेरॉल , विटामिन डी3 या कोलेकेल्सिफेरोल
विटामिन डी हमारे शरीर में कैल्शियम के स्तर को बनाए रखना है।
रासायनिक सूत्र: C27H44O
रासायनिक नाम: कैल्सिफेरॉल (Calciferol)
कमी से होने वाला रोग : विटामिन D की कमी होने से बच्चों में रिकेट्स (Rickets) तथा प्रौढ़ों में ऑस्टियोमलेशिया (Osteiomalasia) नामक रोग हो जाता है।
स्रोत : अंडे का पीला भाग, मछली के तेल, विटामिन डी युक्त दूध और मक्खन, सूर्य प्रकाश में संश्लेषण,

विटामिन E:

यह विटामिन वसा में घुलनशील होता है।
यह विटामिन हमारे जनन क्रियाओं के लिए आवश्यक होता है, इसलिए इस विटामिन को प्रजनन विटामिन भी कहा जाता है, यह विटामिन हमारे शरीर में रेड ब्लड सेल और व्हाइट ब्लड सेल बनाने में मदद करता है।
रासायनिक सूत्र: C29H50O2
रासायनिक नाम: टोकोफेरॉल (Tocopherol)
कमी से होने वाला रोग : जनन शक्ति का कम होना , जननांग तथा पेशियों में कमजोरी ।
स्रोत : गेहूँ, चना, मटर, हरी पत्तेदार सब्जियों तथा माँस ।

विटामिन K:

विटामिन K हमारे शरीर में प्रोटीन बनाने में मदद करता है, जो हड्डियों के निर्माण और रक्त के थक्के को जमाने के लिए आवश्यक होते हैं।
रासायनिक सूत्र: C31H46O2
रासायनिक नाम: फिलोक्विलोन (Piloquilone)
कमी से होने वाला रोग: रुधिर का स्राव होना, रक्त का थक्का (Blood clotting) नहीं बनता, ऐंठन, हीमोफीलिया आदि।
स्रोत : हरी पत्तेदार सब्जियां (जैसे कोलार्ड, पालक, और केल) और सोयाबीन और कैनोला ऑइल।

FAQ

किस विटामिन के कमी के कारण रक्त का थक्का नहीं जमता है?

विटामिन K की कमी के कारण रक्त का थक्का नहीं जमता है, विटामिन K, प्रोथ्रोम्बिन  नामक प्रोटीन का निर्माण करता है, जो हमारे रक्त का थक्का जमाने में सबसे ज्यादा मदद करता है।

किस विटामिन की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती है?

विटामिन D की कमी से हमारी हड्डियां कमजोर हो जाती है, विटामिन डी हमारे शरीर में कैल्शियम के स्तर को बनाए रखना है। विटामिन D की कमी होने से बच्चों में रिकेट्स (Rickets) तथा प्रौढ़ों में ऑस्टियोमलेशिया (Osteiomalasia) नामक रोग हो जाता है।


ओस्टीयोमलेशिया और ओस्टीयोपोरोसिस में क्या अंतर है?

ओस्टीयोमलेशिया vs ओस्टीयोपोरोसिस #Confusion :- व्यस्क लोगों में हड्डी के मुलायम होने को ओस्टीयोमलेशिया (osteomalacia) कहते हैं। इसके अलावा, हड्डी के पतला और कमजोर होने को ओस्टीयोपोरोसिस कहते हैं।

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