आज हम पढ़ने वाले हैं कि खनिज लवण क्या है? और इन्हें किन आधारों पर बांटा गया है व खनिज लवण की कमी से होने वाले रोगों के बारे में भी चर्चा करेंगे , इसके अतिरिक्त यह भी जानेंगे कि खनिज लवण की पूर्ति करने के लिए हमें किन-किन स्रोतों को ग्रहण करना चाहिए।
इससे पहले हम पढ़ चुके हैं:-
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खनिज लवण क्या है ?
खनिज लवण अकार्बनिक पदार्थ हैं।हमारे शरीर में अल्प मात्रा में विभिन्न प्रकार के खनिज तत्वों की भी आवश्यकता होती है, जिन्हें भोजन के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। ये सब मिलकर आहारीय खनिज कहलाते हैं। ये स्वास्थ्य के लिए उतने ही आवश्यक हैं, जितने विटामिन इत्यादि। लौह रक्त के लिए और कैल्शियम हडिडयों के लिए सम्पूरक के रूप में गर्भावस्था में महत्वपूर्ण है। आयोडिन की कमी गलगण्ड और मन्दबुद्धि, तथा मैग्नेशियम की कमी कैन्सर का कारण बन सकती है। मैगनीज और क्रोमियम का भी हृदय-रोग से संबध है।
खनिज की आवश्यकता के आधार पर इन्हें 2 भागों में बांटा गया है।
अधिभार तत्व (Bulk or Macro Elements)
मैक्रोमिनरल्स वे खनिज हैं जिनकी अपेक्षाकृत बड़ी मात्रा में आवश्यकता होती है। इसलिए इन्हें प्रमुख खनिज भी कहा जाता है ।
हमारा शरीर इन खनिजों का उत्पादन नहीं कर सकता; इसलिए, उन्हें खाद्य स्रोत से प्राप्त करने की आवश्यकता है।
हमारे शरीर के लिए पांच महत्वपूर्ण तत्व अति आवश्यक है, जो निम्नलिखित है-
- कैल्शियम 2. मैग्नेशियम 3. फ़ास्फ़ोरस 4. पोटाशियम 5. सोडियम
लघु भार तत्व (Trace or Micro Elements)
हमारा शरीर इन खनिजों का उत्पादन नहीं कर सकता; इसलिए, उन्हें खाद्य स्रोत से प्राप्त करने की आवश्यकता है।
यह हमारे शरीर के लिए महत्वपूर्ण होते हैं, लेकिन उनकी आवश्यकता हमें सूक्ष्म मात्रा में होती है, जो निम्नलिखित है-
1. क्रोमियम 2. तांबा 3. आयोडिन 4. लोहा 5. मैगनीज 6. जस्ता।
इसके अलावा हमारे शरीर के अच्छे स्वास्थ्य के लिए सेलेनियम भी एक सूक्ष्म तत्वों में से एक है।
अन्य सूक्ष्म मात्रिक तत्त्वों में सल्फ़र, निकल, कोबाल्ट, फ़्यूरीन, आंक्सीजन, कार्बन, हाइड्रोजन और नाइट्रोजन भी हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं।
अम्लता एवं क्षारता के आधार पर
अम्लता वाले खनिज लवण
अम्लता वाले खनिज वह होते हैं जो एक या एक से अधिक अकार्बनिक यौगिकों से मिलकर बने होते हैं, इन्हें जब जल में घोला जाता है तो अम्ल हाइड्रोजन ऑयन और संयुग्मी क्षार आयन बनाते है।
फास्फोरस, गंधक, सिलिकॉन, क्लोरीन, फ्लोरिन, आयोडिन, ब्रोमीन आदि
क्षार वाले खनिज लवण
कैल्शियम, सोडियम, पोटाशियम, मैग्नेशियम, एल्यूमीनियम, लिश्यूम, आयरन, मैग्नीज, ताम्र, जस्ता, निकल
मानव शरीर के लिए आवश्यक खनिज :
सोडियम (Sodium, Na) :
यह कोशिका द्रव्य में धनायन के रूप में उपस्थित रहता है। रक्त में इसकी कमी से हाइपोनेट्रीमिया
नामक रोग हो जाता है।
कार्य:
सेलुलर आसमाटिक दबाव बनाए रखता है।
शरीर में रक्त की मात्रा और रक्तचाप और द्रव संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
दैनिक आवश्यकता : 1,500 mg per day.
स्रोत- नमक, अण्डा, दूध, समुद्री मछली आदि।
पोटैशियम (Potassium, K) :
पोटैशियम (Potassium) एक रासायनिक तत्व है। इसका प्रतीक ‘K’ है। यह भी सोडियम के समान कोशिका द्रव्य में धनायन के रूप में उपस्थित रहता है। साधारण नमक (NaCl) को पोटेशियम क्लोराइड (KCl) के स्थान पर उपयोग किया जा सकता है।
कार्य:
तंत्रिका आवेगों और मांसपेशियों के संकुचन को नियंत्रित करता है।
शरीर में द्रव संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र के समुचित कार्य को बनाए रखता है।
दैनिक आवश्यकता : 2,600 mg to 3,400 mg
स्रोत-सब्जियाँ, केले और सेव
मैग्नीशियम (Magnesium, Mg):
यह शरीर में कैल्शियम तथा फॉस्फोरस का उचित सन्तुलन एवं समन्वय बनाए रखता है।
इसकी कमी से तंत्रिका तंत्र की कार्यिकी प्रभावित होती है।
कार्य:
शरीर में कैल्शियम और विटामिन सी का संचालन, स्नायुओं और मांसपेशियों की उपयुक्त कार्यशीलता और एन्जाइमों, को सर्किय बनाने के लिये मैग्नेशियम आवश्यक है।
दैनिक आवश्यकता : Male – 410 mg, Female – 360 mg
स्रोत: अनाज विशेषकर साबुत अनाज, दाल, सोयाबीन, बादाम, केला, उबले आलू, गिरीदार फ़ल, हरी पत्तीदार सब्जियां, डेरी उत्पाद और समुद्र से प्राप्त होने वाले आहार।
लोहा (Iron, Fe):
यह लाल रक्त कणिकाओं में हीमोग्लोबिन के लिए आवश्यक घटक है। इसी के द्वारा शरीर में ऑक्सीजन का परिवहन होता है। इसकी कमी से रक्त में हीमोग्लोबिन कम हो जाता है, जिससे आँखों के सामने अँधेरा छा जाना, चक्कर आना, भूख नहीं लगना इत्यादि समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। लोहा यकृत, प्लीहा और मेरुदंड में जमा रहता है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर यह हीमोग्लोबिन बनाने के काम आ सके।
दैनिक आवश्यकता : 30 मिलीग्राम से 40 मिलीग्राम
कार्य:
शरीर के सभी हिस्सों तक ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है।
आगे के चयापचय के लिए ऊर्जा का उत्पादन और भंडारण करता है
शरीर में चयापचय के लिए ऊर्जा का भंडारण एवं उत्पादन करना है।
स्रोत: गेंहू, मकई, सलाद, बादाम, सोयाबीन, बाजरा, दालें, पालक, मटर, यकृत, दिल, पुटठे, अण्डे, जौ आदि
आयोडीन (Iodine, I):
यह थॉयरायड ग्रन्थि द्वारा स्रावित थॉयरॉक्सिन (Thyroxine) हामौन के संश्लेषण के लिए आवश्यक है। इसकी कमी से जड़मानवता (Cretinism), मिक्सीडीमा (Myxoedema), हाशीमोटो का रोग (Hashimoto’s Disease), सामान्य घेघा या गलगण्ड (Simple Goitre) आदि रोग हो जाते हैं।
दैनिक आवश्यकता : अत्यल्प मात्रा में आवश्यकता होती है।
कार्य:
थायरॉयड ग्रंथि के सामान्य कामकाज को बढ़ावा देता है।
मस्तिष्क के कार्यों को सुचारु रूप से कार्य करने में मदद करता है।
कोशिकाओं की सामान्य वृद्धि और विकास को बढ़ावा देता है।
स्रोत: समुद्री मछली, समुद्री नमक, मछली का जिगर, मछली का तेल, कांड लीवर आयल, आदि में उपलब्ध रहता है।
फॉस्फोरस (Phosphorus, P):
फॉस्फोरस कैल्शियम के साथ मिलकर हड्डियों के निर्माण में मदद करता है। हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आपको कैल्शियम और फास्फोरस दोनों की सही मात्रा की आवश्यकता होती है।
कार्य: शरीर को ऊर्जा के भंडारण और उपयोग में मदद करता है।
मजबूत, स्वस्थ हड्डियों और दांतों के निर्माण में कैल्शियम के साथ काम करता है।
दैनिक आवश्यकता : 1.00 ग्राम ग्राम प्रतिदिन की मात्रा आवश्यक होती है।
स्रोत: अखरोट, सभी प्रकार के अन्न अण्डे, मछली, मांस, जिगर, दूध आदि में उपलब्ध रहता है।
कैल्शियम (Calcium, Ca):
कैल्शियम मानव शरीर के लिएबहुत ही आवश्यक पोषक तत्व है, कि हमारे शरीर में दांतो हड्डियों और दूसरे अंगों की संरचना और विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है।
कार्य: कैल्शियम हमारे शरीर में हड्डियों एवं दातों को मजबूत बनाता है।
दैनिक आवश्यकता : 500mg
स्रोत: दूध, हरी सब्जियां, पनीर
zinc (Zn):
यह डीएनए के निर्माण, कोशिकाओं के विकास, प्रोटीन के निर्माण, क्षतिग्रस्त ऊतकों को ठीक करने में मुख्य भूमिका निभाता है। इसके प्रमुख स्रोत दूध समुद्री भोजन अनाज आदि है।
कोबाल्ट (cobalt Co):
शरीर में कोबाल्ट की कमी हो जाने से हो जाने से विटामिन बी12 की कमी भी होने लगती है, जो हमारे शरीर में एनीमिया का कारण बन सकती है।
By @SecondCoaching
FAQ:
कौन सा खनिज मानव शरीर में सर्वाधिक पाया जाता है?
मानव शरीर में सर्वाधिक पाया जाने वाला खनिज कैल्शियम है, जो हमारे शरीर की संरचना अर्थात हड्डियां और दातों के निर्माण के लिए मुख्य भूमिका निभाता है।
हीमोग्लोबिन की मात्रा किस खनिज द्वारा बढ़ाई जा सकती है
हीमोग्लोबिन हमारे रक्त में एक आवश्यक पदार्थ है, जो हमारे शरीर में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन करता है, इसकी कमी होने पर हमें लोहयुक्त आहार का सेवन करना चाहिए जैसे :- गेंहू, मकई, सलाद, बादाम, सोयाबीन, बाजरा, दालें, पालक, मटर, यकृत, दिल, पुटठे, अण्डे, जौ आदि