आज हम पढ़ने वाले हैं की बड़ी आँत क्या है? और इसके कितने प्रकार होते हैं और यह हमारे पाचन तंत्र में किस प्रकार से भूमिका निभाती है, इसके बारे में हम विस्तार से चर्चा करेंगे ।
इससे पहले हम पढ़ चुके हैं-
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बड़ी आँत क्या है?
छोटी आँत आहारनाल का अगला भाग बड़ी आँत में खुलता है। इलियम (छोटी आँत का भाग) एवं कोलन (बड़ी आँत का भाग) के जोड़ पर एक वाल्व (Valve) पाया जाता है, जिसे इलियोसीकल वाल्व कहते हैं जो भोजन को वापस छोटी आंत में जाने से रोकता है। यहां कुछ विशेष जीवाणु पाए जाते हैं। जिसे ई-कोलाई (E-Colai) कहा जाता है ये जीवाणु किण्वन क्रिया (Fermentation) द्वारा छोटी आंत से शेष बचे अपाचित भोजन को छोटे-2 टुकड़ों में तोड़कर पाचन में मदद करते हैं।
बड़ी आंत छोटी आंत से अधिक चौड़ी और छोटी होती है। इसकी लंबाई लगभग 1.5 मीटर है। यह सीकुम (cecum), कोलन ( colon), मलाशय (rectum) और गुदा नलिका (anal canal) .का संयोजन है। बृहदान्त्र (colon) बड़ी आंत का सबसे बड़ा भाग है।
कोलन शब्द का प्रयोग कभी-कभी संपूर्ण बड़ी आंत के लिए किया जाता है।
बड़ी आंत गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (जीआई) पथ का अंतिम भाग है, जो लंबा, ट्यूब जैसा मार्ग है जिसके माध्यम से भोजन आपके पाचन तंत्र से होकर गुजरता है । यह छोटी आंत से निकलता है और गुदा नहर पर समाप्त होता है, जहां भोजन का अपशिष्ट आपके शरीर से निकलता है।
बड़ी आंत (जिसकी लंबाई लगभग 1.5 मीटर या 5 फीट ) छोटी आंत (जिसकी लंबाई 6.7 से 7.6 मीटर या 22 से 25 फीट ) की तुलना में अधिक चौड़ी और छोटी होती है और इसकी भीतरी दीवार चिकनी होती है।
बड़ी आंत का प्राथमिक कार्य पाचन अवशेषों से पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का अवशोषण (एक प्रक्रिया जिसमें आमतौर पर 24 से 30 घंटे लगते हैं) और मल पदार्थ का भंडारण करना है जब तक कि इसे बाहर नहीं निकाला जा सके।
एक प्रगतिशील और अधिक सशक्त प्रकार का आंदोलन ( एक प्रकार से कह सकते हैं जब आपको फ्रेश आती है) जिसे कहा जाता है गैस्ट्रोकोलिक रिफ्लेक्स , जो प्रतिदिन केवल दो या तीन बार होता है, सामग्री को गुदा की ओर ले जाता है।
मनुष्यों में बड़ी आँत को तीन भागों में विभक्त किया गया है-
a. सीकुम (cecum),
b. कोलन ( colon),
c. मलाशय (rectum)
a. सीकुम (cecum)
सीकुम (cecum) एक प्रकार का बंद थेला होता है, इसलिए इस blind pouch भी कहा जाता है।
यह भाग क्षुदांत्र (ileum) से जुड़ा होता है। यहाँ क्षुदांत्र (ileum) से आने वाले पाचित आहार रस का अवशोषण होता है तथा शेष बचे अपशिष्ट को आगे वृहदांत्र ( colon) में पहुंचा दिया जाता है।
सीकुम (cecum) के प्राथमिक भाग पर (जो हमारे क्षुदांत्र (ileum)से जुड़ा होता है) एक अंगुली जैसी रचना (जिसकी लंबाई चार से पांच इंच तक हो सकती है) होती है, जिसका आगे का सिर बंद होता है, इस रचना को कृमिरूप परिशेषिका (Vermiform appendix) कहा जाता है, मनुष्य के आहारनाल में ऐपेन्डिक्स का कोई कार्य नहीं होता है। यह एक अवशेषी अंग (Vestigial organ) है।
सीकुम (cecum) में एक प्रकार का बैक्टीरिया पाया जाता है, जिसे ई-कोलाई (E-Colai) कहा जाता है, जो हमारे शरीर में विटामिन K और विटामिन B12 का निर्माण करता है।
b. कोलन ( colon)
आहार नाल में बड़ी आँत का सीकुम (cecum) के आगे वाला भाग वृहदान्त्र ( colon) कहलाता है।
कोलन ( colon) में बचे हुए पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का अवशोषण किया जाता है, ताकि कोलन ( colon) सेआगे जाने वाला भोजन अपशिष्ट अधिकतर ठोस हो।
कोलन ( colon) को चार भागों में विभक्त होती है –
(1) Asending colon – करीब 15 से. मी. लम्बी नलिका
(2) Transverse colon – करीब 50 से. मी. लम्बी नलिका
(3) Descending colon – करीब 25 सें. मी. लम्बी नलिका
(4) Sigmoid colon – करीब 40 से. मी. नलिका
c. मलाशय (rectum)
मलाशय आहारनाल का अंतिम भाग होता है। यह करीब 20 से .मी. लम्बा होता है। मलाशय के अंतिम 3 से. मी. वाले भाग को गुदानाल (Anal canal) कहा जाता है। गुदानाल मलद्वार (Anus) के रास्ते बाहर खुलता है।
यहां पर मलकुछ समय तक संग्रहित रहता है, फिर उसे मलद्वार (Anus) द्वारा बाहर कर दिया जाता है।
अपशिष्ट पदार्थों के बाहर निकलने की प्रक्रिया को संवरणी पेशियाँ संवरणी बहिः और अंतः सवंरणी (Sphicters) नियंत्रित करती है।
मलाशय (rectum) में संवरणी पेशियाँ पाई जाती है जो अपशिष्ट पदार्थों के बाहर निकलने की प्रक्रिया को नियंत्रित करती है।
यह दो प्रकार की होती है-
a. संवरणी बहिः और b. अंतः सवंरणी (Sphicters)
fact of बड़ी आँत :
-सोडियम आयन बड़ी आंत से पानी के पुनर्अवशोषण को संचालित करने के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है ।
-मल के भूरे रंग (brown colour) के लिए स्टर्कोबिलिन जिम्मेदार है, जबकि पीला रंग के लिए यूरोबिलिनोजेन जिम्मेदार है।
FAQ:
बड़ी आँत को कितने भागों में बांटा गया है?
बड़ी आँत को मुख्य रूप से तीन भागों में बांटा गया है- a. सीकुम (cecum)- यह बड़ी आंत का प्राथमिक भाग है, इस blind pouch भी कहा जाता है,
b. कोलन ( colon)- यहां पर पानी का अवशोषण किया जाता है,
c. मलाशय (rectum)- यहां पर मल कुछ समय तक रहता है, फिर उसे मलद्वार (Anus) द्वारा बाहर निकाल दिया जाता है।